अमरनाथ यात्रा 2025: सरकार ने घटाई अवधि, 38 दिन तक होंगे बाबा बर्फानी के दर्शन, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

Amarnath Yatra 2025: अमरनाथ यात्रा 2025 की अवधि 52 से घटाकर 38 दिन (3 जुलाई-9 अगस्त) कर दी गई है, जो मौसम पर आधारित फैसला है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद CRPF, पुलिस, और सेना की 581 कंपनियों के साथ RFID, जैमर, और सैटेलाइट फोन से कड़ी सुरक्षा होगी।

Samvadika Desk
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अमरनाथ यात्रा 2025 (प्रतीकात्मक इमेज)
Highlights
  • अमरनाथ यात्रा 2025: 3 जुलाई से 9 अगस्त तक 38 दिन चलेगी, पिछले साल थी 52 दिन!
  • पहलगाम आतंकी हमले के बाद CRPF, पुलिस, सेना की 581 कंपनियाँ करेंगी सुरक्षा!
  • यात्रियों-वाहनों में RFID टैग, काफिलों में जैमर, सुरक्षाकर्मियों के पास सैटेलाइट फोन!

नई दिल्ली: अमरनाथ यात्रा 2025 की अवधि इस बार सरकार ने कम कर दी है। इस साल यह पवित्र यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और केवल 38 दिन तक चलेगी, जबकि पिछले साल यह 52 दिन की थी। हाल के पहलगाम आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में यात्रा की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 30 मई 2025 को सुरक्षा समीक्षा बैठक में सख्त चौकसी और शांतिपूर्ण यात्रा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

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अमरनाथ यात्रा 2025 की अवधि और कारण

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमरनाथ यात्रा (Amarnath Yatra 2025)की अवधि को 38 दिनों तक सीमित करने का फैसला मौसम के आधार पर लिया गया है, न कि सुरक्षा चिंताओं के कारण। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह निर्णय पहलगाम आतंकी हमले से पहले लिया गया था। यात्रा की तारीखें हर साल मौसमी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर तय की जाती हैं। इस बार यात्रियों को 3 जुलाई से 10 अगस्त 2025 तक बाबा बर्फानी के दर्शन का अवसर मिलेगा।

सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम

पहलगाम आतंकी हमले के बाद यात्रा की सुरक्षा को लेकर कोई कोताही नहीं बरती जा रही। CRPF, जम्मू-कश्मीर पुलिस, और भारतीय सेना की कुल 581 कंपनियाँ तैनात की जाएँगी। CRPF डीजी ने स्वयं पहलगाम जाकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सभी सुरक्षा रूट्स का डिजिटल मैपिंग और ऑडिट पूरा हो चुका है। यात्रा की सुरक्षा के लिए कई आधुनिक उपाय किए गए हैं:

  • डिजिटल पहचान पत्र: प्रत्येक यात्री और पोनी राइडर के लिए डिजिटल ID अनिवार्य होगा।
  • RFID और जैमर: यात्रियों और वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) टैग लगाए जाएँगे। काफिलों में जैमर होंगे, ताकि IED विस्फोट जैसी घटनाओं को रोका जा सके।
  • सैटेलाइट फोन: सुरक्षाकर्मियों को सैटेलाइट फोन दिए जाएँगे, ताकि संचार निर्बाध रहे।
  • PCR वैन: पुलिस और CRPF की समर्पित PCR वैन यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगी।

अमित शाह की समीक्षा बैठक

30 मई 2025 को गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक में यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, DGP नलिन प्रभात, गृह सचिव गोविंद मोहन, और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे। शाह ने निर्देश दिए कि यात्रियों को हरसंभव सुविधा दी जाए और सुरक्षा में कोई कमी न हो। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा और सुविधाओं का जायजा लिया। सख्त सतर्कता के साथ यात्रा को शांतिपूर्ण बनाने के निर्देश दिए।”

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सुविधाओं का खास ध्यान

केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने यात्रियों के लिए सभी ज़रूरी सुविधाएँ सुनिश्चित करने का वादा किया है। स्वास्थ्य सेवाएँ, आवास, और परिवहन की व्यवस्था को मजबूत किया गया है। यात्रा मार्ग पर मेडिकल कैंप और आपातकालीन सेवाएँ उपलब्ध रहेंगी। प्रशासन ने मौसम संबंधी चेतावनियों के लिए भी विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि यात्रा सुरक्षित और सुगम रहे।

यात्रियों से अपील

प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे तय नियमों का पालन करें और डिजिटल ID साथ रखें। यात्रा के दौरान सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करने और संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने को कहा गया है। यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक महत्व रखती है, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द का प्रतीक भी है।

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