भारत का डिजिटल पलटवार: चीन के सरकारी X हैंडल्स पर बैन, ऑपरेशन सिंदूर की झूठी रिपोर्टिंग पड़ी भारी

X Account ban of Globaltimes: भारत ने चीन के सरकारी मीडिया ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के X अकाउंट्स पर प्रतिबंध लगा दिया है। ये हैंडल्स ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भ्रामक और झूठी खबरें फैला रहे थे। भारत की यह डिजिटल स्ट्राइक प्रोपेगेंडा पर लगाम कसने और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

Samvadika Desk
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चीन के मुखपत्र ग्लोबल-टाइम्स का X अकाउंट बैन। (इमेज - संवादिका)
Highlights
  • भारत की चीन पर डिजिटल स्ट्राइक, सरकारी X अकाउंट्स बैन!
  • ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ ने फैलाई ऑपरेशन सिंदूर पर फर्जी खबरें!
  • भारतीय दूतावास ने दी थी चेतावनी, नहीं मानी तो बैन किया!
  • भारत ने दिया संदेश—झूठी खबरें अब नहीं चलेंगी!

नई दिल्ली: भारत ने चीन के प्रोपेगेंडा के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए डिजिटल स्ट्राइक (Digital Strike) की है। सरकार ने बुधवार, 14 मई 2025 को चीन के सरकारी मीडिया हैंडल्स ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के X अकाउंट्स को देश में प्रतिबंधित कर दिया। यह कार्रवाई इन हैंडल्स द्वारा ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर भ्रामक और झूठी खबरें फैलाने के बाद की गई। सूत्रों के मुताबिक, इन अकाउंट्स ने भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच भारतीय सेना के खिलाफ अपुष्ट दावे किए, जिसके चलते यह सख्त कदम उठाया गया।

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ऑपरेशन सिंदूर पर फर्जी दावे

यह मामला ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ा है, जिसके बाद कुछ पाकिस्तानी मीडिया और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने दावा किया था कि भारतीय वायुसेना का राफेल विमान (Rafale Aircraft) बहावलपुर के पास मार गिराया गया। ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ ने इन फर्जी दावों को बढ़ावा दिया और प्रमुखता से प्रकाशित किया। PIB फैक्ट चेक टीम ने इन दावों को खारिज करते हुए वायरल तस्वीर को भ्रामक बताया। टीम ने स्पष्ट किया कि यह तस्वीर 2021 में पंजाब के मोगा जिले में हुई मिग-21 दुर्घटना (MiG-21 Crash) की है और इसका ऑपरेशन सिंदूर से कोई लेना-देना नहीं है।

भारतीय दूतावास की चेतावनी

खबरों के मुताबिक, चीन के इन सरकारी मीडिया हैंडल्स द्वारा लगातार प्रोपेगेंडा (Propaganda) फैलाने पर बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने सख्त रुख अपनाया। दूतावास ने ग्लोबल टाइम्स को चेतावनी दी कि वह भ्रामक जानकारी पोस्ट करने से पहले तथ्यों की जाँच करे और अपने स्रोतों की पुष्टि करे। दूतावास ने कहा, “झूठी खबरें फैलाना न केवल गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि यह क्षेत्रीय तनाव को भी बढ़ावा देता है।” इस चेतावनी के बावजूद प्रोपेगेंडा जारी रहने पर भारत ने इन हैंडल्स को बैन करने का फैसला किया।

अरुणाचल पर भी चीन को फटकार

इसी दिन विदेश मंत्रालय ने अरुणाचल प्रदेश में स्थानों के नाम बदलने की चीन की कोशिश पर कड़ा ऐतराज जताया। मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, “चीन की यह मनगढ़ंत नामकरण की कोशिश बेकार है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा (Integral Part) था, है, और हमेशा रहेगा।” यह बयान चीन के क्षेत्रीय दावों और प्रचार को खारिज करने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

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डिजिटल स्ट्राइक का मकसद

भारत का यह कदम चीन के सरकारी मीडिया के जरिए फैलाए जा रहे भ्रामक प्रचार को रोकने की दिशा में एक मजबूत संदेश है। सूत्रों का कहना है कि ग्लोबल टाइम्स और शिन्हुआ के X हैंडल्स भारत में लगातार गलत सूचनाएँ (Misinformation) फैला रहे थे, खासकर भारत-पाक तनाव और ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में। इस डिजिटल स्ट्राइक से भारत ने साफ कर दिया है कि वह किसी भी तरह के प्रोपेगेंडा को बर्दाश्त नहीं करेगा।

सामरिक और कूटनीतिक संदेश

यह घटना भारत के डिजिटल और कूटनीतिक क्षेत्र में बढ़ते आत्मविश्वास को दर्शाती है। पहले पाकिस्तान और अब चीन के खिलाफ डिजिटल कार्रवाई से भारत ने गलत सूचनाओं के खिलाफ अपनी जीरो-टॉलरेंस नीति (Zero-Tolerance Policy) को मजबूत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम न केवल प्रोपेगेंडा पर लगाम लगाएगा, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी भारत की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है।

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