फरीदाबाद, हरियाणा: हरियाणा के फरीदाबाद में एक महिला के मीठे-मीठे संवादों का जाल बिछाकर राजस्थान के एक युवक को हनीट्रैप में फंसाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपी गैंग ने पीड़ित को कमरे में बंद कर उसके कपड़े उतार लिए, वीडियो बनाया और फिर लूटपाट की। किसी तरह चंगुल से निकलने के लिए बिना कपड़ों के छत से कूदकर भागे युवक को स्थानीय लोगों ने चोर समझ लिया और जमकर पीटा। बाद में पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का पूरा विवरण: मिस्ड कॉल से शुरू हुई साजिश
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित अनिल कुमार, जो राजस्थान के खैरथल तिजारा जिले का निवासी है, भिवाड़ी की एक कंपनी में काम करता है। चार-पांच दिन पहले उसके फोन पर एक मिस्ड कॉल आया। कॉल बैक करने पर एक महिला ने फोन उठाया और मीठी बातें शुरू कर दीं। धीरे-धीरे दोनों की बातचीत बढ़ी और महिला ने अनिल को फरीदाबाद आने का लालच दिया। 14 सितंबर को अनिल अपने सहकर्मी गौरी शंकर के साथ चाचा चौक पहुंचा।
वहां दो महिलाओं ने अनिल और गौरी शंकर को संजय एन्क्लेव, गली नंबर चार के एक घर में ले जाकर बंद कर लिया। गौरी शंकर एक महिला के साथ एक कमरे में चला गया, जबकि दूसरी महिला ने अनिल को अलग कमरे में ले जाकर उसके सारे कपड़े उतार दिए। आरोपी गैंग ने पीड़ित का वीडियो रिकॉर्ड किया और झूठे रेप केस में फंसाने की धमकी देकर मारपीट की। इतना ही नहीं, उन्होंने अनिल से 10 हजार रुपये और उसका मोबाइल भी छीन लिया।
भागने की कोशिश: छत से कूदे, भीड़ ने पीटा
मौका पाते ही अनिल बिना कपड़ों के कमरे से बाहर निकला और छत पर चढ़ गया। वहां से नीचे कूदकर भागने लगा, लेकिन स्थानीय लोगों ने उसे चोर समझ लिया। लोगों ने उसे पकड़कर जमकर पिटाई कर दी। थोड़ी देर बाद जब अनिल ने अपनी आपबीती सुनाई, तो भीड़ ने पुलिस को सूचना दी और उसे सौंप दिया।
पुलिस कार्रवाई: चार गिरफ्तार, दोस्त पर भी शक
फरीदाबाद के सारन थाने में दर्ज शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की। पीड़ित को कपड़े पहनाए गए और दो महिलाओं समेत पांच लोगों के खिलाफ बंधक बनाने, लूटपाट, मारपीट और अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। पूछताछ में दो महिलाओं, एक दीपक (जो खुद को एक महिला का पति बताता था), गौरी शंकर (अलवर जिले के सांख गांव का निवासी) और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अनिल ने आरोप लगाया कि उसका दोस्त गौरी शंकर भी इस गैंग का हिस्सा था। पुलिस जांच में पता चला कि गौरी शंकर ने ही महिला को अनिल का नंबर दिया था। पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि आरोपी गैंग हनीट्रैप के जरिए लोगों को फंसाने का धंधा चला रहा था। सभी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
यह मामला हनीट्रैप गैंग्स की बढ़ती वारदातों को उजागर करता है, जो सोशल मीडिया और कॉल्स के जरिए लोगों को शिकार बनाते हैं। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि संदिग्ध कॉल्स पर सावधानी बरतें।

