आगरा, उत्तर प्रदेश: गुरुवार दोपहर करीब 3:30 बजे बटेश्वर के प्रसिद्ध पीपों वाले पुल पर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। 23 साल का गुलशन यादव उर्फ गोलू अपनी बाइक खड़ी की, हरे रंग की ड्रेस पहनी एक युवती का हाथ थामा और दोनों एक-दूसरे को कसकर पकड़कर यमुना की तेज धारा में कूद गए। मौके पर मौजूद गोताखोर अनिल ने फौरन छलांग लगाई और गुलशन को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। युवती का अब तक कोई पता नहीं चला। गोताखोर और SDRF की टीमें रात तक तलाश करती रहीं।
आखिरी फोन मामा को: “बाइक पुल पर खड़ी है, ले जाना”
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घटना से कुछ मिनट पहले गुलशन ने अपने मामा श्याम यादव को फोन किया था। श्याम ने बताया, “बोला—मामा, बटेश्वर के पुल पर बाइक खड़ी है, ले जाना। मैंने पूछा कहां हो? फोन कट गया। दोबारा कॉल किया तो मोबाइल स्विच ऑफ।” जब श्याम और परिवार वाले मौके पर पहुंचे तो गुलशन का शव यमुना किनारे पड़ा था। परिजन देखते ही रोते-बिलखते बेहाल हो गए।
गुलशन की जेब से मिला आधार कार्ड, मोबाइल से हुई पहचान
गुलशन की पेंट की जेब में आधार कार्ड और मोबाइल फोन मिला। आधार कार्ड से उसकी पहचान नारखी (फिरोजाबाद) के दौलतपुर मुइउद्दीनपुर गांव निवासी किशनलाल के बेटे गुलशन यादव (23) के रूप में हुई। बचपन से वह अपनी ननिहाल गुढ़ा गढ़सान (फिरोजाबाद) के लालऊ गांव में मामा श्याम यादव के पास ही रहता था। 10 साल पहले कैंसर से उसकी मां विनीता देवी की मौत हो गई थी। छोटा भाई देव यादव भी मामा के पास ही रहता है। आईटीआई करने के बाद गुलशन सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था। महज 15 दिन पहले मामा ने उसे नई बाइक दिलाई थी।
युवती की पहचान अब तक अनजान, परिजन भी चुप
गुलशन के साथ जो युवती थी, उसकी कोई पहचान नहीं हो पाई है। परिजन इतने सदमे में हैं कि वे कुछ बता भी नहीं पा रहे। पुलिस का अनुमान है कि दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और किसी वजह से दोनों ने यह कदम उठाया। गुरुवार सुबह गुलशन अपनी चाची को बुआ पिंकी यादव के घर छोड़ने गया था, उसके बाद वह युवती के साथ बटेश्वर निकल गया।
पुलिस बोली—युवती की तलाश जारी
थाना बाह के प्रभारी निरीक्षक सत्यदेव शर्मा ने बताया, “युवक का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। युवती की तलाश में गोताखोर और SDRF की टीमें लगी हैं। उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई है। परिजनों से पूछताछ की जा रही है। मामला प्रेम प्रसंग का लग रहा है।” पुलिस ने बाइक जब्त कर ली है और गुलशन का मोबाइल फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है।
यमुना का यह घाट श्रद्धालुओं से भरा रहता है, लेकिन गुरुवार को जो हुआ, उसने सबको स्तब्ध कर दिया। गुलशन की चीखती आवाज “मामा…” और फिर खामोशी… अब सिर्फ युवती की तलाश बाकी है।

