बरेली, उत्तर प्रदेश: इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान की बहू और ट्रिपल तलाक पीड़िताओं की हिमायती सामाजिक कार्यकर्ता निदा खान पर मंगलवार देर रात उनके घर में घुसकर चाकू से जानलेवा हमला किया गया। हमलावर काले कपड़े पहने, कंधे पर बैग लटकाए सीढ़ियां चढ़ता हुआ सीधे पहली मंजिल पर पहुंचा और निदा पर चाकू से ताबड़तोड़ वार करने की कोशिश की। घरवालों के शोर मचाने और डंडा उठाते देख वह जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गया। पूरी घटना घर के सीसीटीवी में कैद हो गई।
निदा का आरोप: “ससुराल और तौकीर रजा के गुर्गों की साजिश”
नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, घटना के तुरंत बाद निदा खान थाना बारादरी पहुंची और तहरीर दी। उन्होंने इसे सामान्य लूट या झगड़े की वारदात नहीं, बल्कि सोची-समझी साजिश बताया। निदा ने अपने पति शीरान रजा और जेल में बंद ससुर मौलाना तौकीर रजा के कट्टरपंथी समर्थकों पर सीधा आरोप लगाया। उनका कहना है कि सालों से वह ट्रिपल तलाक, हलाला और महिलाओं के अधिकारों के लिए आवाज उठा रही हैं, जिससे ससुराल वाले बौखलाए हुए हैं और बार-बार उन्हें चुप कराने या जान से मारने की धमकी देते रहे हैं।
निदा ने बताया कि पिछले कई महीनों से उन्हें अनजान नंबरों से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं। उनकी गाड़ी का पीछा भी होता रहा है। मंगलवार रात का हमला उसी सिलसिले की कड़ी है।
पुलिस का बयान: CCTV से पहचान, जल्द गिरफ्तारी
थाना बारादरी के इंस्पेक्टर धनंजय पांडे ने मीडिया पत्रकार को बताया कि सीसीटीवी फुटेज साफ है। हमलावर युवक की शिनाख्त की जा रही है। मामला गंभीर है और जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। निदा खान की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच के लिए फुटेज और अन्य साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।
डीआईजी से मिलेंगी निदा, मांगेंगी सुरक्षा और कड़ी कार्रवाई
हमले के बाद निदा खान ने गुरुवार को डीआईजी अजय कुमार साहनी से मुलाकात करने का फैसला किया है। वह सारे सबूत सौंपते हुए खुद और अपने परिवार की सुरक्षा की गारंटी के साथ-साथ हमलावरों व साजिशकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की मांग करेंगी। निदा ने साफ कहा, “मैं डरने वाली नहीं हूं, लेकिन न्याय और सुरक्षा मेरा हक है। जो लोग मुझे चुप कराना चाहते हैं, उन्हें पता चलना चाहिए कि आवाज दबाई नहीं जा सकती।”
पुलिस ने इलाके में निगरानी बढ़ा दी है और निदा खान के घर के बाहर सुरक्षा तैनात करने पर विचार किया जा रहा है। यह मामला बरेली में धार्मिक और सामाजिक स्तर पर नई बहस छेड़ सकता है। जांच आगे बढ़ रही है।

