अलीगढ़, उत्तर प्रदेश: अलीगढ़ के गंगोरी थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाला हत्याकांड ने रिश्तों की पवित्रता को तार-तार कर दिया। नगला गाँव की ललिता ने अपने देवर नीलेश के साथ मिलकर अपने पति ऋषि की निर्मम हत्या कर दी। अवैध प्रेम के चक्कर में ललिता और नीलेश ने षडयंत्र रचकर ऋषि को शराब पिलाई और गोली मारकर उसकी जान ले ली। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह मामला इंदौर की सोनम और मेरठ की मुस्कान जैसे सनसनीखेज कांडों की कड़ी में एक और काला अध्याय जोड़ गया है।
प्रेम-प्रसंग ने तोड़ा परिवार
जानकारी के मुताबिक, ललिता की शादी हिमाचल निवासी ऋषि से हुई थी। दोनों नगला गाँव में रहते थे। कुछ समय बाद ललिता के अपने देवर नीलेश, जो ऋषि के चाचा का बेटा था, के साथ अवैध संबंध बन गए। इसकी भनक ऋषि को लगी, और उसने इसका कड़ा विरोध किया। घर में आए दिन विवाद होने लगे, लेकिन ललिता ने अपने संबंध खत्म करने की बजाय नीलेश के साथ रिश्ता और गहरा कर लिया। ऋषि का विरोध दोनों के लिए बाधा बन गया, जिसके चलते ललिता और नीलेश ने उसकी हत्या की ठान ली।
शराब और गोली की साजिश
18 जून 2025 की रात नीलेश ने अपने बड़े भाई ऋषि को बाहर ले गया। उसने ऋषि को पहले शराब पिलाई और जब वह नशे में धुत हो गया, तो नीलेश ने अवैध तमंचे से उस पर गोली चला दी। गोली लगते ही ऋषि की मौके पर मौत हो गई। रात के अंधेरे में हुए इस हत्याकांड ने गाँव में सनसनी मचा दी। शुरूआत में हत्या का कारण स्पष्ट नहीं था, लेकिन पुलिस की गहन जाँच ने इस साजिश का पर्दाफाश कर दिया।
पुलिस ने खोला राज
गंगोरी थाना पुलिस ने हत्या की जाँच शुरू की तो पता चला कि ऋषि की हत्या के पीछे उसकी पत्नी ललिता और देवर नीलेश का हाथ है। जाँच में सामने आया कि ललिता और नीलेश के बीच प्रेम-प्रसंग था, और ऋषि के विरोध ने उन्हें हत्या की साजिश रचने को मजबूर किया। पुलिस ने ललिता और नीलेश को गिरफ्तार कर लिया और दोनों ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। दोनों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त तमंचा भी बरामद करने की बात कही है।
रिश्तों पर काला धब्बा
यह हत्याकांड अलीगढ़ में रिश्तों की नींव को हिलाने वाला बन गया है। जिस पति ने परिवार को जोड़े रखने की कोशिश की, उसी को पत्नी और देवर ने मिलकर मौत के घाट उतार दिया। गाँव वाले इस क्रूरता पर स्तब्ध हैं और रिश्तों में विश्वासघात की इस कहानी पर चर्चा कर रहे हैं। यह मामला न केवल एक परिवार के टूटने की कहानी है, बल्कि समाज में प्रेम और विश्वास की सीमाओं पर भी सवाल उठाता है।