हिसार, हरियाणा: हरियाणा के हिसार जिले की रहने वाली यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ज्योति मल्होत्रा को पुलिस ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया है। ज्योति पर भारत के सैन्य अभियान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और सेना से जुड़ी कई गोपनीय सूचनाएँ (Classified Information) पाकिस्तान भेजने का आरोप है। पिछले साल वह पाकिस्तान की यात्रा पर गई थी, जहाँ उसने उच्च अधिकारियों से मुलाकात की थी। ज्योति की गिरफ्तारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं, और लोग यह जानना चाहते हैं कि एक लोकप्रिय ट्रैवल व्लॉगर जासूसी जैसे अपराध में कैसे शामिल हो सकती है।
ज्योति मल्होत्रा कौन हैं?
ज्योति मल्होत्रा हिसार, हरियाणा की निवासी हैं और अपने फेसबुक प्रोफाइल में उन्होंने हिसार को अपना गृहनगर बताया है। उन्होंने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की है। ज्योति एक जानी-मानी यूट्यूबर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हैं, जो ‘ट्रैवल विद जो’ नाम से यूट्यूब चैनल चलाती हैं। उनके यूट्यूब चैनल के 3.77 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स हैं, और इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं। ज्योति अपने यात्रा व्लॉग्स (Travel Vlogs) के लिए मशहूर हैं, जिनमें वह विभिन्न देशों और धार्मिक स्थलों की यात्राएँ दिखाती हैं। उनकी हरियाणवी शैली और देसी अंदाज ने उन्हें सोशल मीडिया पर खासा लोकप्रिय बनाया था।
पाकिस्तान यात्रा और संदिग्ध गतिविधियाँ
ज्योति ने 2024 में पाकिस्तान की यात्रा की थी, जिसके दौरान वह दिल्ली में पाकिस्तान हाई कमीशन गई थी। पुलिस के अनुसार, इस यात्रा के दौरान उसने पाकिस्तान के कई उच्च अधिकारियों से मुलाकात की। ज्योति ने अपने इंस्टाग्राम पर इसकी जानकारी साझा करते हुए लिखा था कि उसने पाकिस्तान हाईकोर्ट में @navankurchaudhary से मुलाकात की और हरियाणवी अंदाज में यात्रियों से बातचीत की। उसने यह भी बताया कि वह @jaanmahal_video नामक व्यक्ति के साथ पहले भी सिख तीर्थयात्री के रूप में पाकिस्तान जा चुकी थी। इन पोस्ट्स से उसकी पाकिस्तान यात्रा की गतिविधियाँ सामने आईं, जो अब जाँच के दायरे में हैं।
पाकिस्तान के मंदिरों का दौरा और व्लॉग
ज्योति ने पाकिस्तान में 5,000 साल पुराने कटास राज मंदिर के दर्शन किए और इसका वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया। उसने लिखा, “कटास राज मंदिर का तालाब भगवान शिव के आँसुओं से बना, जहाँ स्नान करने से पाप धुल जाते हैं।” उसने मंदिर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को उजागर करते हुए बताया कि यह स्थान गुरु नानक और पांडवों से भी जुड़ा है। ज्योति ने अपने व्लॉग में कटास राज को हिंदुओं के लिए पंजाब का दूसरा सबसे पवित्र स्थान बताया, जिसका उल्लेख भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक एलन कनिंघम ने भी किया था। उसने मंदिर परिसर को ‘सात घर’ के नाम से जोड़ा, जो पांडवों के वनवास से संबंधित है। इन व्लॉग्स को देखकर कोई नहीं सोच सकता था कि ज्योति जासूसी जैसे गंभीर अपराध में शामिल हो सकती है।
जासूसी का खुलासा और गिरफ्तारी
हिसार पुलिस ने ज्योति को 17 मई 2025 को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार, ज्योति ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ जैसे संवेदनशील सैन्य अभियान और सेना से जुड़ी गोपनीय जानकारियाँ पाकिस्तान भेजी थीं। उसने पाकिस्तान के अधिकारियों से मुलाकात के दौरान संवेदनशील सूचनाएँ (Sensitive Information) साझा कीं। ज्योति की गतिविधियाँ तब रडार पर आईं, जब खुफिया एजेंसियों को उसके पाकिस्तान कनेक्शन का पता चला। पुलिस ने उसके मोबाइल और डिजिटल डिवाइस की जाँच शुरू की है ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने और कौन सी सूचनाएँ लीक कीं। ज्योति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े कड़े प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस जाँच और कानूनी कार्रवाई
हिसार पुलिस ने बताया कि ज्योति को शनिवार, 17 मई 2025 को अदालत में पेश किया जाएगा। जाँच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि ज्योति के साथ इस जासूसी नेटवर्क में और कौन-कौन शामिल थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ज्योति ने अपने सोशल मीडिया प्रभाव का इस्तेमाल कर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाने की कोशिश की, जो उसके जासूसी मिशन का हिस्सा था। उसकी गिरफ्तारी के बाद हिसार पुलिस और खुफिया एजेंसियाँ उसके नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश में हैं। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है।
सामाजिक और राष्ट्रीय प्रभाव
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी ने सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक ट्रैवल व्लॉगर, जिसके लाखों फॉलोअर्स थे, का जासूसी में शामिल होना यह दर्शाता है कि विदेशी एजेंसियाँ प्रभावशाली हस्तियों को अपने नेटवर्क में शामिल कर सकती हैं। हिसार और हरियाणा के लोग इस खुलासे से स्तब्ध हैं। स्थानीय लोग माँग कर रहे हैं कि ज्योति और उसके सहयोगियों को कड़ी सजा दी जाए। यह घटना सोशल मीडिया के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे को उजागर करती है। साथ ही, यह सवाल उठता है कि क्या ज्योति को आर्थिक प्रलोभन या अन्य दबाव में जासूसी के लिए तैयार किया गया था?
समाज में हलचल और सवाल
ज्योति की गिरफ्तारी हिसार से लेकर पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। लोग हैरान हैं कि एक हरियाणवी यूट्यूबर, जिसके व्लॉग्स धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों पर केंद्रित थे, जासूसी जैसे संगीन अपराध में कैसे उलझ गई। यह मामला सोशल मीडिया पर प्रभावशाली व्यक्तियों की गतिविधियों पर निगरानी और उनके कंटेंट की जाँच की जरूरत को रेखांकित करता है। ज्योति के व्लॉग्स में दिखने वाली सादगी और देसी अंदाज ने लाखों लोगों का दिल जीता था, लेकिन अब वही लोग उसके इस कृत्य से आहत हैं। यह घटना समाज को यह सोचने पर मजबूर करती है कि ऑनलाइन छवि और वास्तविक इरादों में कितना अंतर हो सकता है।