पानीपत, हरियाणा: हरियाणा के पानीपत में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। सेक्टर 25 की कृष्णा गार्डन कॉलोनी में 24 साल के सागर ने अपनी भाभी के धोखे से तंग आकर फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सागर अपनी चचेरी भाभी के साथ एक साल से लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहा था, लेकिन भाभी ने उसे छोड़कर उसके ही दोस्त के साथ भाग गई। सागर ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट छोड़ा, जिसमें उसने अपने दर्द और दोस्त के धोखे का जिक्र किया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कृष्णा गार्डन कॉलोनी में मातम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह दुखद घटना 24 मई 2025 की रात पानीपत के सेक्टर 25 स्थित कृष्णा गार्डन कॉलोनी में हुई। सागर, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के शामली जिले के भबीसा गाँव का रहने वाला था, यहाँ एक युवती के साथ किराए के मकान में रहता था। आसपास के लोगों ने बताया कि दोनों खुद को पति-पत्नी बताते थे और करीब एक साल से साथ रह रहे थे। सागर सेक्टर 29 की एक फैक्ट्री में मजदूरी करता था।
24 मई की रात को कॉलोनी वालों ने पुलिस को सूचना दी कि सागर ने अपने कमरे में आत्महत्या कर ली है। पुलिस मौके पर पहुँची तो सागर का शव पंखे से चुन्नी के फंदे पर लटका मिला। कमरे का दरवाजा बंद था, और खटखटाने पर कोई जवाब नहीं मिला। खिड़की से झाँकने पर सागर की लाश दिखी। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर शव को उतारा और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। मौके से एक सुसाइड नोट और कुछ कागजात मिले, जिनसे सागर की पहचान और उसकी कहानी का पता चला।
भाभी के साथ लिव-इन और परिवार का विरोध
पुलिस ने सागर के परिजनों को सूचना दी, जो 25 मई 2025 की सुबह पानीपत पोस्टमॉर्टम हाउस पहुँचे। परिजनों ने बताया कि सागर जिस युवती के साथ रहता था, वह उसकी पत्नी नहीं, बल्कि उसकी चचेरी भाभी थी। इस महिला की शादी 2016 में सागर के चचेरे भाई से हुई थी, और उसके दो बच्चे (एक बेटा और एक बेटी) हैं। करीब एक साल पहले वह अपने पति और बच्चों को छोड़कर सागर के साथ भाग गई थी। इस रिश्ते को लेकर दोनों परिवारों में भारी नाराजगी थी।
परिजनों के अनुसार, कई बार पंचायतें हुईं और सागर को समझाया गया कि यह रिश्ता गलत है और दोनों परिवारों की बदनामी हो रही है। लेकिन सागर और उसकी भाभी ने किसी की नहीं सुनी। इस वजह से सागर का अपने परिवार से संपर्क भी कम हो गया था। वह पानीपत में अकेले ही अपनी भाभी के साथ रह रहा था।
दोस्त का धोखा और सागर का टूटना
सागर के परिजनों ने बताया कि कुछ दिन पहले सागर ने उन्हें फोन पर अपनी परेशानी बताई थी। उसने कहा कि जिस भाभी से वह प्यार करता था, उसने उसे धोखा दे दिया। वह सागर के ही एक दोस्त के साथ भाग गई थी। इस सदमे ने सागर को अंदर तक तोड़ दिया। सुसाइड नोट में सागर ने अपने दोस्त का नाम, पता, और मोबाइल नंबर लिखा, जिसने उसकी भाभी को भगा लिया। सागर ने नोट में अपने दुख और धोखे की बात बयाँ की, जो उसकी आत्महत्या की वजह बनी।
कॉलोनी वालों ने भी बताया कि पिछले कुछ दिनों से सागर अकेला रह रहा था। उसकी भाभी कुछ दिन पहले गायब हो गई थी, और सागर उदास और चुपचाप रहने लगा था। शायद दोस्त और भाभी के धोखे ने उसे इतना आहत किया कि उसने जिंदगी खत्म करने का फैसला ले लिया।
पुलिस की जांच और परिजनों की माँग
पानीपत पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सुसाइड नोट और अन्य कागजातों को सबूत के तौर पर जब्त किया है। सागर के दोस्त और भाभी की तलाश शुरू हो गई है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि क्या इस मामले में कोई आपराधिक साजिश थी। थाना प्रभारी ने बताया, “हम सुसाइड नोट में लिखे तथ्यों की जाँच कर रहे हैं। मृतक के परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, और जल्द ही इस मामले की तह तक पहुँचा जाएगा।”
सागर के परिजनों ने पुलिस से माँग की है कि भाभी और सागर के दोस्त के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो। उनका कहना है कि इन दोनों की वजह से सागर ने अपनी जान गँवाई, और दो परिवारों का सुख-चैन छिन गया। परिजनों ने कहा, “सागर को धोखा न मिलता, तो वह आज जिंदा होता। इस धोखे की सजा मिलनी चाहिए।”
रिश्तों पर दाग
इस घटना ने न केवल सागर के परिवार को तोड़ा, बल्कि रिश्तों की पवित्रता पर भी सवाल उठाए। भाभी-देवर का रिश्ता, जो भरोसे और सम्मान का प्रतीक होता है, इस मामले में धोखे और त्रासदी की वजह बन गया। सागर का यह कदम उसके टूटे दिल और बिखरे सपनों की कहानी बयाँ करता है। यह घटना समाज को सोचने पर मजबूर करती है कि रिश्तों में विश्वास और जिम्मेदारी कितनी जरूरी है।