हैदराबाद, तेलंगाना: हैदराबाद के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर शुक्रवार, 20 जून 2025 को एक बड़ा विमान हादसा होने से बाल-बाल बच गया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2534, जो दोपहर 2 बजे हैदराबाद से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाली थी, में टेकऑफ से ठीक पहले तकनीकी खराबी का पता चला। पायलट ने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए विमान को रनवे पर रोक दिया, जिससे सभी 97 यात्री सुरक्षित रहे। एयर इंडिया ने तत्परता से दूसरी फ्लाइट की व्यवस्था कर यात्रियों को मुंबई भेजा।
बीच रनवे पर रोका विमान, पायलट की सूझबूझ ने बचाई जानें
आजतक की रिपोर्ट के अनुसार, एयर इंडिया की फ्लाइट AI-2534 में टेकऑफ से पहले पायलट को तकनीकी गड़बड़ी का अलर्ट मिला। उन्होंने बिना देर किए विमान को रनवे पर रोक दिया और कंट्रोल रूम को सूचना दी। जांच में खराबी की पुष्टि हुई, और विमान को AOG (Aircraft on Ground) घोषित कर दिया गया। पायलट की समय पर कार्रवाई ने संभावित हादसे को टाल दिया। एयर इंडिया ने बयान जारी कर कहा, “हमारी प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है। तकनीकी खराबी की वजह से फ्लाइट को रद्द करना पड़ा, और यात्रियों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई।”
यात्रियों को दूसरी फ्लाइट से भेजा
एयर इंडिया ने तुरंत दूसरी फ्लाइट AI-2445 की व्यवस्था की, जो दोपहर 2:30 बजे उड़ान भरने वाली थी, लेकिन तकनीकी कारणों से 3:05 बजे मुंबई के लिए रवाना हुई। इस विमान में पहले से 51 यात्री सवार थे, और AI-2534 के 97 यात्रियों को मिलाकर कुल 148 लोग मुंबई पहुंचे। यात्रियों ने पायलट की तारीफ की, हालांकि कुछ ने देरी पर नाराजगी भी जताई।
अहमदाबाद हादसे की छाया
यह घटना ऐसे समय में हुई, जब एयर इंडिया पहले ही एक बड़े हादसे की वजह से चर्चा में है। 12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 का दोनों इंजन फेल हो गया, और विमान बीजे मेडिकल कॉलेज की इमारत से टकरा गया। इस हादसे में 241 यात्रियों और 22 अन्य लोगों की मौत हो गई। केवल एक यात्री, ब्रिटिश नागरिक विश्वाशकुमार रमेश, चमत्कारिक रूप से बच निकला। डीएनए टेस्ट के जरिए 231 शवों की पहचान हो चुकी है, और 210 शव परिजनों को सौंपे गए हैं। इस हादसे के बाद एयर इंडिया ने 21 जून से 15 जुलाई तक 38 अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती और तीन विदेशी मार्गों पर सेवाएँ निलंबित करने का ऐलान किया है।
सुरक्षा पर खड़े हुए सवाल
हैदराबाद की घटना ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालाँकि पायलट की सतर्कता ने हादसा टाल दिया, लेकिन लगातार तकनीकी खराबियों ने यात्रियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि एयर इंडिया को अपने बेड़े की रखरखाव प्रक्रिया को और सख्त करना होगा। इस बीच, यात्रियों ने पायलट की त्वरित कार्रवाई की सराहना की, जिसने उनकी जान बचाई।