नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को हुए युद्धविराम (Ceasefire) के दो दिन बाद, सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। अपने संबोधन में पीएम मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवाद पर जमकर प्रहार किया और भारतीय सेना की ताकत का लोहा मनवाया। ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को “न्याय की अखंड प्रतिज्ञा” करार देते हुए उन्होंने कहा कि 7 मई की रात पूरी दुनिया ने भारत की इस प्रतिज्ञा को परिणाम में बदलते देखा। पीएम ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए कहा, “खून और पानी, आतंक और ट्रेड एक साथ नहीं चल सकते।” यहाँ उनके संबोधन की प्रमुख बातें हैं।
ऑपरेशन सिंदूर: आतंक की कमर तोड़ी
पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने पाकिस्तान में आतंकवाद की रीढ़ तोड़ दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि जब पाकिस्तान सीमा पर हमले की तैयारी कर रहा था, भारत ने उसके “सीने पर वार” किया। 7 मई को भारतीय मिसाइलों और ड्रोनों ने बहावलपुर (Bahawalpur), मुरीदके (Muridke), और मुजफ्फराबाद (Muzaffarabad) में जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) और लश्कर-ए-तयैबा (Lashkar-e-Taiba) के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। “आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा, हमने आतंक का हेडक्वार्टर उड़ा दिया,” पीएम ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा।
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में भारत ने सटीक हमले (Precision Strikes) किए, जिससे न केवल आतंकी ठिकाने तबाह हुए, बल्कि आतंकियों का हौसला भी टूट गया। पीएम ने कहा, “पाकिस्तान में भारत के हमलों से आतंक की इमारतें ही नहीं, उनका मनोबल भी थर्रा गया।”
पाकिस्तान की बौखलाहट और भारत की जवाबी कार्रवाई
पीएम मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान ने बौखलाहट में भारत के आम लोगों, मंदिरों, गुरुद्वारों, और सैन्य ठिकानों (Military Bases) को निशाना बनाने की कोशिश की। लेकिन भारत ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ही तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया ने देखा कि भारत ने किसी भी परमाणु ब्लैकमेल (Nuclear Blackmail) को सहन नहीं किया और आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कदम उठाया।
स्वदेशी हथियारों की ताकत
पीएम ने भारतीय सेना की तारीफ करते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने युद्ध के मैदान में पाकिस्तान को फिर से धूल चटाई। इस ऑपरेशन में स्वदेशी हथियारों (Indigenous Weapons) की धमक ने दुनिया को भारत की तकनीकी और सैन्य क्षमता का परिचय दिया। उन्होंने कहा, “दुनिया ने हमारे स्वदेशी हथियारों की ताकत देखी, और भारत ने साबित किया कि वह आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है।”
आतंक और बातचीत एक साथ नहीं
पीएम मोदी ने पाकिस्तान को स्पष्ट चेतावनी दी कि भारत आतंक और बातचीत (Terror and Talks) को एक साथ स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने कहा, “ट्रेड और टेरर, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते।” भारत का रुख साफ करते हुए पीएम ने कहा कि पाकिस्तान के साथ अब केवल दो मुद्दों पर बात होगी—आतंकवाद (Terrorism) और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) की वापसी। “दुनिया को मैं दो टूक कहता हूँ, पाकिस्तान से बात होगी तो केवल टेरर और पीओके पर,” पीएम ने जोर देकर कहा।
युद्ध नहीं, लेकिन आतंक का भी युग नहीं
पीएम ने कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है, लेकिन यह आतंकवाद का युग भी नहीं हो सकता। उन्होंने पाकिस्तान की सेना और सरकार के गठजोड़ को चेतावनी दी कि यह गठबंधन पाकिस्तान को ही नष्ट कर देगा। पीएम ने कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को तब तक जारी रखेगा, जब तक यह पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।
दुनिया को भारत का संदेश
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए यह साबित किया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाएगा। “हमने दुनिया को दिखाया कि भारत न तो कमजोर है और न ही चुप रहने वाला,” पीएम ने कहा। उन्होंने यह भी दोहराया कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग (Integral Part) है, और इस पर किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता की कोई गुंजाइश नहीं है। भारत की यह नीति दर्शाती है कि अब आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं होगा।