अजमेर, राजस्थान: राजस्थान के अजमेर जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों का एक चौंकाने वाला नेटवर्क सामने आया है। बांग्लादेश से आईं महिलाओं ने हिंदू युवकों से शादी कर अवैध रूप से भारत में बसने का रास्ता बनाया। कई महिलाओं ने 4 से 7 बच्चों तक को जन्म दिया, जो अब भारतीय नागरिक बन चुके हैं। पुलिस ने 6 बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया है, और जाँच में एक सोची-समझी घुसपैठ की रणनीति का खुलासा हुआ है। यह मामला देश में चर्चा का विषय बन गया है।
हिंदू नामों से रचाई शादी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस और खुफिया एजेंसियों की जाँच में पता चला कि बांग्लादेशी महिलाएँ फर्जी पहचान बनाकर स्थानीय पुरुषों से विवाह कर रही थीं। ढाका के कुमिल्ला जिले की सादिया ने अपना नाम बदलकर अंजली देवी रखा और रूपनगढ़ उपखंड में मोहनलाल जाट से शादी की। उसकी बहन सुमैया ने माया देवी बनकर सुगनाराम जाट से विवाह किया, जबकि उनकी रिश्तेदार कल्पना बेगम ने सपना देवी के नाम से पूरणमल जाट को जीवनसाथी चुना। इन तीनों को पुलिस ने डिटेन कर डिटेंशन सेंटर भेज दिया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ठिकाना
ये महिलाएँ पहले जयपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में रुकीं और फिर अजमेर के गाँवों में हिंदू पुरुषों से शादी कर बस गईं। इन्होंने स्थानीय परिधान और रहन-सहन अपनाकर अपनी पहचान छिपाई। कई महिलाओं के 4 से 7 बच्चे पैदा हुए, जो अब भारतीय नागरिकता का दावा कर रहे हैं। पुलिस का मानना है कि यह एक सुनियोजित घुसपैठ की रणनीति थी।
रबीउल और अन्य घुसपैठिए
स्पेशल टास्क फोर्स ने बांग्लादेशी घुसपैठिए रबीउल इस्माइल को भी गिरफ्तार किया। वह खुद को असम और अपनी पत्नी हलीमा खातून को पश्चिम बंगाल का निवासी बताता था। उनके सात बच्चे हैं। इसी तरह, पन्ना बेगम उर्फ अमीना (42) और उसकी बेटी समीरा (24) को भी डिटेन किया गया। पन्ना ने अजमेर के शाहबुद्दीन से दूसरा निकाह किया था।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने अब तक छह बांग्लादेशी महिलाओं को डिटेन किया है, जो अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर विवाह कर चुकी थीं। इनके बच्चों को भी डिटेंशन सेंटर भेजा गया है। इन महिलाओं को अब अपने बच्चों से मिलने के लिए वीजा लेना होगा। एएसपी (सीआईडी सीबी जोन) राजेश मीणा ने मीडिया रिपोर्टर को बताया, “ये महिलाएँ अवैध रूप से भारत में बसीं और विवाह कर यहीं रहने की योजना बनाई। जाँच जारी है, और सख्त कार्रवाई होगी।”
जाँच में बड़े खुलासे की संभावना
पुलिस और खुफिया एजेंसियाँ इस नेटवर्क की गहराई से जाँच कर रही हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह मामला एक बड़े घुसपैठ नेटवर्क की ओर इशारा करता है। जाँच में और चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं, जो इस रणनीति के पीछे के मास्टरमाइंड को उजागर करेंगे।
इलाके में चिंता और सुरक्षा पर सवाल
यह मामला अजमेर और आसपास के क्षेत्रों में चिंता का विषय बन गया है। स्थानीय लोग इस नेटवर्क से हैरान हैं और प्रशासन से सख्ती की माँग कर रहे हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों के फर्जी पहचान बनाकर बसने की घटना ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं।