अलीगढ़, यूपी: उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पिछले दिनों सुर्खियों में रहे एक अनोखे रिश्ते ने नया मोड़ ले लिया है। अपनी बेटी की शादी से ठीक पहले सास अपना देवी और होने वाला दामाद राहुल ने 16 अप्रैल को दादों थाने में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और मडराक थाने में पूछताछ शुरू कर दी, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए। ये सास दामाद का प्यार अब पुलिस और समाज के सामने एक पहेली बन गया है, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
शुरुआती मोड़: सरेंडर और चौंकाने वाले बयान
TV9 की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस पूछताछ में राहुल ने दावा किया कि उसने अपना देवी को सिर्फ बचाने के लिए ये कदम उठाया। उसने कहा, “मैंने कभी भी अपनी नीयत खराब नहीं की। उनका पति जितेंद्र उन्हें मारता-पीटता था और गंदी-गंदी गालियाँ देता था। एक दिन उन्होंने फोन करके कहा कि अगर मैं उन्हें लेने नहीं आया, तो वो मर जाएँगी। मैं बस उनकी जान बचाना चाहता था।” राहुल ने सास दामाद की शादी को लेकर अपना रुख साफ करते हुए कहा कि वो अपना देवी से शादी करने को तैयार है, लेकिन शर्त ये है कि वो भी इसके लिए राज़ी हों। उसने जोड़ा, “मैं इनके साथ ही रहना चाहता हूँ। उम्र का फर्क मुझे परेशान नहीं करता।”
दूसरी ओर, अपना देवी ने अपने पति जितेंद्र पर गंभीर आरोप लगाए। उसने कहा, “जितेंद्र शराब पीकर मुझे पीटता था और मेरे चरित्र पर शक करता था। उसने एक बार तो कहा कि मैं राहुल के साथ भाग जाऊँ। अब मैंने फैसला कर लिया कि राहुल ही मेरा पति है।” अपना देवी ने ये भी दावा किया कि वो सिर्फ 200 रुपये और मोबाइल लेकर घर से निकली थीं, और जेवरात या 3.5 लाख रुपये लेने की बात गलत है। पुलिस इस दावे की जाँच कर रही है, क्योंकि जितेंद्र ने पहले शिकायत की थी कि अपना देवी ने कीमती सामान लेकर भागी थी।
दोनों ने बताया कि 6 अप्रैल को अलीगढ़ से भागने के बाद वो कासगंज पहुँचे, फिर बरेली होते हुए बिहार के मुजफ्फरपुर तक गए। वहाँ उन्होंने एक होटल में कुछ दिन बिताए। राहुल ने कहा, “मैं वहाँ नौकरी की तलाश कर रहा था ताकि हमारा गुजारा हो सके। लेकिन जब हमें टीवी और सोशल मीडिया पर पता चला कि पुलिस हमारी तलाश कर रही है, तो हमने सरेंडर करने का फैसला किया।” इसके बाद दोनों मुजफ्फरपुर से दिल्ली, और फिर अलीगढ़ पहुँचे, जहाँ उन्होंने थाने का रुख किया।
परिवार की प्रतिक्रिया: नया मोड़
राहुल के परिवार ने इस सास दामाद का प्यार को लेकर एक चौंकाने वाला रुख अपनाया। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राहुल के पिता ने कहा कि वो अपना देवी को घर में “बहू” के रूप में स्वीकार करने को तैयार हैं। लेकिन जितेंद्र और उनकी बेटी शिवानी ने साफ कर दिया कि वो अपना देवी से अब कोई रिश्ता नहीं रखना चाहते। शिवानी ने कहा, “मेरी माँ ने जो किया, वो कोई माँ नहीं करती। मेरे लिए वो मर चुकी हैं।”
सास दामाद अफेयर की शुरुआत: कैसे शुरू हुआ ये रिश्ता?
कहानी की शुरुआत कुछ महीने पहले हुई, जब जितेंद्र ने अपनी बेटी शिवानी की शादी राहुल से तय की। शादी की तारीख 16 अप्रैल 2025 रखी गई थी, और 2 अप्रैल को पीली चिट्ठी भी बाँट दी गई थी। जितेंद्र बेंगलुरु में काम करते थे, और उनका परिवार अलीगढ़ के मनोहरपुर कायस्थ गाँव में रहता था। लेकिन शादी की तैयारियों के बीच एक ऐसी घटना हुई, जिसने सबको हैरान कर दिया। जितेंद्र ने बताया कि शादी तय होने के बाद राहुल और अपना देवी के बीच फोन पर बातें शुरू हो गईं। पहले ये सामान्य लगती थीं, लेकिन धीरे-धीरे ये घंटों तक चलने लगीं।
1 मार्च 2025 को अपना देवी ने जितेंद्र से कहा कि राहुल की तबीयत खराब है, और वो उसे देखने जा रही हैं। वो राहुल के घर गईं और पाँच दिन रहीं। इस दौरान दोनों की नजदीकियाँ बढ़ीं, और राहुल ने उन्हें गाँव तक छोड़ा। लेकिन 6 अप्रैल को दोनों एकसाथ गायब हो गए। राहुल ने अपने पिता को बताया कि वो शॉपिंग के लिए जा रहा है, लेकिन वो अपना देवी के साथ भाग गया। जितेंद्र ने तुरंत मडराक थाने में शिकायत दर्ज करायी, जिसमें कहा गया कि अपना देवी 5 लाख रुपये के जेवर और 3.5 लाख रुपये नकद लेकर गई हैं।
जिसके बाद पुलिस ने तलाश शुरू की, और उनकी पहली लोकेशन उत्तराखंड के रुद्रपुर में मिली। इसकी जानकारी मुताबिक, राहुल ने अपने दोस्तों से 15-20 हज़ार रुपये उधार लिए थे, और वो रुद्रपुर से गुजरात की ओर बढ़ गया था। 13 अप्रैल को राहुल ने अपने पिता से फोन पर कहा, “सास नहीं रही, तो मैं क्यों लौटूँ?” इससे अनहोनी की आशंका बढ़ गई, लेकिन 16 अप्रैल को सरेंडर ने राहत दी।
सोशल मीडिया पर हलचल: क्या कहता है समाज?
इस सास दामाद अफेयर को लेकर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। शुरुआत में लोग अपना देवी को कोस रहे थे, और कह रहे थे कि कोई माँ अपनी बेटी का घर कैसे उजाड़ सकती है। एक यूजर ने लिखा, “ऐसी माँ को सजा मिलनी चाहिए।” लेकिन सरेंडर के बाद कुछ लोगों ने राहुल के परिवार की उदारता की तारीफ की, जो अपना देवी को स्वीकार करने को तैयार हैं। इस सास दामाद का प्यार ने समाज में रिश्तों की नई परिभाषा गढ़ दी है, लेकिन पारिवारिक मूल्यों पर सवाल भी उठाए हैं। क्या ये एक व्यक्तिगत फैसला है, या बदलते समाज का संकेत? ये सवाल अभी अनुत्तरित हैं।
यह रिपोर्ट हमारी जांच और विभिन्न “मीडिया रिपोर्ट्स” से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए पाठकों से अनुरोध है कि इसे व्यक्तिगत राय न बनाएँ।