सीतापुर, उत्तर प्रदेश: सोशल मीडिया और फोन के दौर में प्यार की कहानियाँ अक्सर सुर्खियाँ बनती हैं, लेकिन सीतापुर में एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई, जो हैरान करने वाली है। हरदोई के 25 साल के युवक दिलशाद का लहरपुर की 57 साल की महिला से फोन पर शुरू हुए प्यार के बाद निकाह तो हो गया, लेकिन जब सच्चाई सामने आई कि दुल्हन उससे 32 साल बड़ी है, तो विवाद छिड़ गया। दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला, और आखिरकार सहमति से अलग होने का फैसला हुआ। यह मामला धोखे, विश्वास, और उम्र के अंतर की एक अजीब कहानी है, जो समाज में डिजिटल रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करती है।
फोन पर शुरू हुआ प्यार
जानकारी के अनुसार, हरदोई के संडीला का रहने वाला 25 वर्षीय दिलशाद दो साल पहले सीतापुर के लहरपुर कस्बे की एक महिला से फोन पर संपर्क में आया। दोनों की बातचीत धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। इस दौरान वीडियो कॉलिंग और सोशल मीडिया के जरिए दोनों ने एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस किया। दिलशाद का कहना है कि उसने कई बार महिला से मिलने की कोशिश की, लेकिन वह हर बार बहाने बनाकर टाल देती थी।
महिला ने कथित तौर पर फोटो और वीडियो कॉलिंग में फिल्टर का इस्तेमाल कर अपनी उम्र छिपाई। दोनों ने फोटो भी साझा किए, लेकिन दिलशाद को महिला की असली उम्र का अंदाज़ा नहीं हुआ। दो साल तक चली इस प्रेम कहानी में दोनों ने साथ जीने-मरने की कसमें खाईं और निकाह का फैसला किया।
14 फरवरी को फोन पर हुआ निकाह
14 फरवरी 2025 को तय हुआ कि लहरपुर में निकाह होगा। दिलशाद अकेले ही महिला के बताए स्थान पर पहुँचा। उसने वहाँ मौजूद लोगों से दुल्हन को देखने की बात कही, लेकिन उसे बताया गया कि निकाह के बाद ही दुल्हन दिखाई जाएगी। दिलशाद का आरोप है कि उसे दबाव में लिया गया और फोन पर ही निकाह करा दिया गया। काजी ने निकाहनामा भी सौंप दिया।
निकाह के बाद जब दुल्हन सामने आई, तो दिलशाद के होश उड़ गए। उसकी दुल्हन 57 साल की थी, जो उससे 32 साल बड़ी थी। इस खुलासे के बाद दोनों के बीच तीखा विवाद हुआ। गुस्से और निराशा में दिलशाद बिना दुल्हन के अपने घर हरदोई लौट गया।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर
निकाह के बाद फरवरी से अप्रैल तक विदाई को लेकर दोनों पक्षों में तनाव रहा। अप्रैल में मामला और गंभीर हो गया, जब दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए। 22 अप्रैल को महिला ने सीतापुर के एसपी ऑफिस में शिकायत की कि दिलशाद ने उससे दो लाख रुपये और एक बाइक की माँग की। दूसरी ओर, 30 अप्रैल को दिलशाद ने एसपी को पत्र देकर दावा किया कि उसे बिना दुल्हन दिखाए फोन पर निकाह के लिए मजबूर किया गया। उसने महिला और चार अन्य लोगों पर गिरोह बनाकर धोखाधड़ी और वसूली का आरोप लगाया। दिलशाद ने यह भी कहा कि उससे पाँच लाख रुपये की माँग की गई और जबरन तलाक दिलवाया गया।
महिला थाने में समझौता
मामला पुलिस के शीर्ष अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद मई 2025 के पहले सप्ताह में दोनों पक्षों को सीतापुर के महिला थाने में बुलाया गया। यहाँ दोनों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। दिलशाद ने उम्र के धोखे की बात कही, जबकि महिला ने वित्तीय माँगों का आरोप दोहराया। लंबी बातचीत और मध्यस्थता के बाद दोनों पक्ष सहमति से अलग होने पर राज़ी हो गए।
लहरपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक इतुल चौधरी ने बताया कि दोनों पक्षों की शिकायतों के बाद बातचीत कराई गई। उम्र का बड़ा अंतर इस विवाद का मुख्य कारण था। दोनों ने अब अलग रहने का फैसला कर लिया है, और मामला सुलझ गया है।
डिजिटल प्यार की जटिलताएँ
यह घटना सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर बनने वाले रिश्तों की जटिलताओं को उजागर करती है। इंटरनेट के इस दौर में फेक प्रोफाइल, फिल्टर, और छिपी पहचान के जरिए लोग आसानी से धोखा दे सकते हैं। दिलशाद और इस महिला की कहानी यह सिखाती है कि ऑनलाइन रिश्तों में सावधानी और पारदर्शिता बेहद जरूरी है।
महिला द्वारा उम्र छिपाने और फोन पर निकाह कराने के तरीके ने यह सवाल उठाया कि क्या डिजिटल रिश्तों में विश्वास की नींव इतनी कमज़ोर होती है? साथ ही, दिलशाद का दावा कि उसे दबाव में निकाह के लिए मजबूर किया गया, यह भी बताता है कि शादी जैसे महत्वपूर्ण फैसले में जल्दबाज़ी कितनी खतरनाक हो सकती है।
कानून बनाम भावनाएँ: जब शादी बन जाए विवाद
यह मामला समाज में उम्र के अंतर और डिजिटल धोखाधड़ी से जुड़े रिश्तों पर सवाल उठाता है। दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप, जैसे वसूली और जबरन तलाक, यह दर्शाते हैं कि इस तरह के रिश्तों में विश्वास और संवाद की कमी गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकती है।
कानूनी तौर पर, निकाह के लिए दोनों पक्षों की सहमति जरूरी होती है। दिलशाद का दावा कि उसे धोखे और दबाव में निकाह के लिए मजबूर किया गया, अगर साबित होता, तो यह गंभीर अपराध की श्रेणी में आ सकता था। लेकिन दोनों पक्षों की सहमति से अलग होने के फैसले ने इस मामले को और जटिल होने से बचा लिया।
प्यार, धोखा और डिजिटल रिश्तों की हकीकत
सीतापुर की यह अजब प्रेम कहानी प्यार, धोखे, और डिजिटल दुनिया की सच्चाई का अनोखा मिश्रण है। फोन पर शुरू हुआ प्यार निकाह तक तो पहुँचा, लेकिन उम्र के अंतर और विश्वास की कमी ने इसे टूटने की कगार पर ला दिया। दिलशाद और 57 साल की महिला की यह कहानी समाज को यह सिखाती है कि ऑनलाइन रिश्तों में पारदर्शिता और सावधानी बेहद जरूरी है।
यह घटना हमें यह भी सोचने पर मजबूर करती है कि शादी जैसे पवित्र बंधन को हल्के में नहीं लेना चाहिए। डिजिटल दुनिया में प्यार की शुरुआत आसान हो सकती है, लेकिन उसे हकीकत में बदलने के लिए विश्वास, समझ, और सच्चाई की जरूरत होती है। दोनों पक्षों के अलग होने के फैसले ने इस विवाद को सुलझा दिया, लेकिन यह कहानी एक सबक छोड़ गई कि प्यार में जल्दबाज़ी और अंधविश्वास कितना नुकसान पहुँचा सकते हैं।