Israel warns Hamas: इजरायल और हमास के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है। इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन ग्वीर ने हमास को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि “अब बहुत हो चुकी बेइज्जती। हमास को धरती से मिटा देंगे।” यह धमकी अमेरिका की मध्यस्थता वाली एक सीजफायर डील के बाद बढ़े विवाद के बीच आई है, जिसमें हमास द्वारा सौंपे गए एक मृत बंधक के शव की पहचान इजरायली बंधक से मेल नहीं खाने के बाद तनाव बढ़ गया।
सीजफायर डील और विवाद
अमेरिका की मध्यस्थता से हुई इस डील के तहत, हमास ने सोमवार को 20 जीवित बंधकों को रिहा किया और मंगलवार व बुधवार को कुल आठ मृत बंधकों के शव सौंपे। हालांकि, इजरायल का कहना है कि 28 मृत बंधकों में से अब तक केवल सात शव ही लौटाए गए हैं, और बुधवार को सौंपे गए एक शव की पहचान किसी बंधक से मेल नहीं खाती। इजरायली सेना ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोरेंसिक मेडिसिन की जांच का हवाला देते हुए इसे हमास की “धोखेबाजी” करार दिया। इस घटना ने सीजफायर डील की शर्तों पर सवाल उठा दिए हैं।
इजरायल का गुस्सा: “हमास की धोखेबाजी बर्दाश्त नहीं”
इजरायली राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन ग्वीर ने हमास पर झूठ बोलने, धोखा देने और बंधकों के परिवारों के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “सैकड़ों ट्रकों के लिए गेट खोलने के कुछ ही पल बाद, हमास अपनी पुरानी चालों पर लौट आया। यह नाजी आतंकवाद केवल ताकत समझता है, और इसका एकमात्र समाधान इसे धरती से मिटाना है।” इजरायली प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमास को डील के तहत सभी बंधकों को लौटाने का वादा पूरा करना होगा।
डील के तहत बंधकों और कैदियों की रिहाई
इस सीजफायर डील के तहत इजरायल ने करीब 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया और गाजा में लापता हुए लोगों के शव भी लौटाए, जिनका इंतजार वहां के कई परिवार कर रहे थे। दूसरी ओर, हमास ने 20 जीवित बंधकों को रिहा किया, लेकिन मृत बंधकों के शवों को लौटाने में देरी और गलत शव सौंपने की घटना ने इजरायल को नाराज कर दिया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने जोर देकर कहा कि हमास को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा मध्यस्थता वाली डील की शर्तों का पूरी तरह पालन करना होगा।
हमास की चाल या गलती?
इजरायल का मानना है कि हमास जानबूझकर सीजफायर डील पर दबाव कम करने के लिए गलत शव सौंप रहा है। बुधवार को सौंपे गए चार शवों में से एक की पहचान न हो पाने से यह सवाल उठ रहा है कि यह शव किसका था। इजरायल ने इसकी तत्काल जानकारी मांगी है, लेकिन अभी तक कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। इस घटना ने दोनों पक्षों के बीच अविश्वास को और गहरा कर दिया है।
सामाजिक और वैश्विक प्रभाव
यह ताजा विवाद इजरायल-हमास संघर्ष में एक नया मोड़ ला सकता है। इजरायल का कड़ा रुख और “हमास को मिटाने” की धमकी क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा सकती है। गाजा में बंधकों के परिवार और इजरायल में जनता इस डील से उम्मीदें लगाए बैठी थी, लेकिन शवों की गलत पहचान ने उनके दुख को और बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय भी इस स्थिति पर नजर रखे हुए है, क्योंकि सीजफायर डील का टूटना गाजा और इजरायल में और हिंसा को हवा दे सकता है।
क्या होगा अगला कदम?
इजरायल ने साफ कर दिया है कि वह हमास के “झूठ और धोखे” को बर्दाश्त नहीं करेगा। बेन ग्वीर की धमकी और नेतन्याहू की मांग से साफ है कि इजरायल अब और सख्ती बरत सकता है। दूसरी ओर, हमास की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। यह देखना बाकी है कि क्या हमास बाकी बंधकों के शव लौटाने की शर्त पूरी करता है या यह विवाद और गहराता है।
इस घटना ने एक बार फिर इजरायल-हमास के बीच गहरे अविश्वास को उजागर किया है। बंधकों के परिवारों का दर्द और क्षेत्र में बढ़ता तनाव इस बात की गवाही दे रहा है कि शांति की राह अभी लंबी और मुश्किलों से भरी है।

