नई दिल्ली: पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत ने पाकिस्तान में छिपे खूंखार आतंकी (Terrorist) अब्दुल रऊफ अजहर को ढेर कर दिया। जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का सीनियर कमांडर और मसूद अजहर का भाई, रऊफ 2002 में डेनियल पर्ल की हत्या और कंधार विमान अपहरण (Kandahar Hijacking) जैसे कांडों में शामिल था। अमेरिकी डिप्लोमैट्स (Diplomats) ने भारत की इस कार्रवाई की सराहना की, लेकिन रऊफ की मृत्यु की आधिकारिक पुष्टि बाकी है।
अब्दुल रऊफ: आतंक का चेहरा
अब्दुल रऊफ अजहर जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) की रीढ़ था। वह अपने भाई मसूद अजहर, संगठन के सरगना, के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता था। 1999 के कंधार अपहरण कांड (Kandahar Hijacking) में मसूद को छुड़ाने में उसकी भूमिका थी, और 2008 के मुंबई हमलों (Mumbai Attacks) की साजिश में भी वह शामिल था। सबसे वीभत्स, 2002 में वॉल स्ट्रीट जर्नल (Wall Street Journal) के पत्रकार डेनियल पर्ल की सिर कलम कर हत्या, जिसने दुनिया को झकझोर दिया। भारत की इस कार्रवाई ने एक बड़े दुश्मन को खत्म किया।
अमेरिकी डिप्लोमैट्स की प्रशंसा
अमेरिकी डिप्लोमैट्स (Diplomats) ने रऊफ के खात्मे को डेनियल पर्ल के लिए न्याय (Justice) बताया। अफगानिस्तान और इराक में अमेरिका के पूर्व राजदूत जालमे खलीलजाद (Zalmay Khalilzad) ने X पर लिखा, “पाकिस्तान के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई (Military Action) में क्रूर आतंकी (Terrorist) अब्दुल रऊफ अजहर मारा गया। उसने 2002 में डेनियल पर्ल का कत्ल किया था, जो आज भी याद है। न्याय हुआ। भारत को धन्यवाद।”
अमेरिकी डिप्लोमैट एली कोहैनिम ने भी X पर भारत के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को टैग कर लिखा, “हमें लंबे समय से डेनियल पर्ल के लिए न्याय का इंतज़ार था। उनकी बेरहमी से हत्या हुई थी। मैं व्यक्तिगत रूप से पीएमओ इंडिया (PMO India) की आभारी हूँ। डेनियल पर्ल के आखिरी शब्द—‘मेरा पिता यहूदी थे, मेरी माँ यहूदी है, और मैं भी यहूदी हूँ’—यहूदी इतिहास (Jewish History) में हमेशा गूँजेंगे।”
वैश्विक प्रतिक्रिया: यहूदी समुदाय में खुशी
रऊफ के खात्मे की खबर ने विश्व भर के यहूदी समुदाय (Jewish Community) में राहत और खुशी लाई। इजरायल के अखबार द येरूशलम पोस्ट (The Jerusalem Post) ने इस खबर को प्रमुखता से छापा, भारत की आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ कार्रवाई की तारीफ की। डेनियल पर्ल की हत्या ने यहूदी समुदाय को गहरा आघात पहुँचाया था, और रऊफ का अंत उनके लिए न्याय (Justice) का प्रतीक है।
भारत की आतंकवाद के खिलाफ मज़बूत नीति
अब्दुल रऊफ अजहर का खात्मा भारत की आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ जीरो टॉलरेंस (Zero Tolerance) नीति का सबूत है। अमेरिकी डिप्लोमैट्स (Diplomats) और यहूदी समुदाय (Jewish Community) की प्रशंसा से भारत की वैश्विक छवि (Global Image) मज़बूत हुई है। हालाँकि रऊफ की मृत्यु की पुष्टि बाकी है, यह कार्रवाई आतंकवादियों (Terrorists) के लिए सख्त संदेश है। भारत की यह रणनीति राष्ट्रीय सुरक्षा (National Security) को और सुदृढ़ करेगी।