बुलंदशहर में 20 साल बाद ‘घर वापसी’: ईसाई बने परिवार ने आर्य समाज मंदिर में फिर अपनाया हिंदू धर्म

Ghar Wapsi: बुलंदशहर के खुर्जा में रविवार को एक परिवार ने 20 साल पहले अपनाया गया ईसाई धर्म छोड़कर पुनः हिंदू धर्म स्वीकार किया। आर्य समाज मंदिर में शुद्धि यज्ञ के माध्यम से इस घर वापसी की प्रक्रिया पूरी हुई। विश्व हिंदू परिषद ने इस निर्णय की सराहना की और परिवार को समर्थन देने का वादा किया।

Samvadika Desk
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ईसाई परिवार ने आर्य समाज मंदिर में की घर वापसी।
Highlights
  • बुलंदशहर में 20 साल बाद हुई एक परिवार की ‘घर वापसी’
  • ईसाई धर्म छोड़कर आर्य समाज मंदिर में फिर अपनाया हिंदू धर्म!
  • एंथोनी जॉन का नाम बदलकर रखा गया टीटू कुमार!

बुलंदशहर, उत्तर प्रदेश: बुलंदशहर के खुर्जा में रविवार को एक परिवार ने 20 साल पहले अपनाए ईसाई धर्म को छोड़कर वापस हिंदू धर्म में वापसी की। गाँधी मार्ग स्थित आर्य समाज मंदिर में शुद्धि यज्ञ (Shuddhi Yagna) के साथ पूजा-अर्चना की गई। विश्व हिंदू परिषद (Vishva Hindu Parishad) के कार्यकर्ताओं ने परिवार को इस फैसले पर बधाई दी और उनका स्वागत किया।

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परिवार की घर वापसी

विश्व हिंदू परिषद के प्रांत परावर्तन प्रमुख सुनील सोलंकी ने स्थानीय पत्रकार को बताया कि गाजियाबाद के दीनागढ़ी निवासी एंथोनी जॉन के पिता राजू ने 20 साल पहले हिंदू धर्म छोड़कर ईसाई धर्म अपना लिया था। उस समय राजू ने अपना नाम बदलकर राजू जॉन रख लिया था, और पूरे परिवार के नाम भी बदल दिए गए। उनके बेटे का नाम एंथोनी जॉन रखा गया।

एंथोनी की शादी एक हिंदू युवती से हुई। इसके बाद उन्होंने सुनील सोलंकी से संपर्क किया और वापस हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जताई। इस फैसले के बाद रविवार को आर्य समाज मंदिर में शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ के बाद एंथोनी का नाम बदलकर टीटू कुमार (Teetu Kumar) रखा गया। उनकी पत्नी का नाम यशोदा और बेटे का नाम ओम पहले से ही हिंदू परंपरा के अनुसार है।

विश्व हिंदू परिषद का अभियान

सुनील सोलंकी ने बताया कि विश्व हिंदू परिषद ‘घर वापसी’ अभियान (Ghar Wapsi Campaign) चला रही है, जिसके तहत लोगों को हिंदू धर्म की ओर लौटने के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत कई परिवारों ने हिंदू धर्म में वापसी की है। परिषद ने इस परिवार के फैसले की सराहना की और उन्हें हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया।

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