नई दिल्ली: भारत ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में बैसरन घाटी (Baisaran Valley) में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ एक और सख्त कदम उठाया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shahbaz Sharif) के यूट्यूब (YouTube) और इंस्टाग्राम (Instagram) अकाउंट्स को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। यह डिजिटल स्ट्राइक (Digital Strike) भारत की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पाकिस्तान के भड़काऊ प्रचार (Propaganda) और झूठी खबरों (Fake News) को रोकने के लिए उसके सोशल मीडिया हैंडल्स (Social Media Handles) पर नकेल कसी जा रही है। गृह मंत्रालय (Home Ministry) की सिफारिशों के आधार पर की गई इस कार्रवाई ने भारत-पाकिस्तान तनाव (India-Pakistan Tension) को और बढ़ा दिया है। इससे पहले भी भारत ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों (YouTube Channels) और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद किया था, जिसमें प्रमुख न्यूज आउटलेट्स और हस्तियां शामिल थीं।
नई डिजिटल स्ट्राइक: शहबाज शरीफ और अरशद नदीम पर कार्रवाई
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के यूट्यूब और इंस्टाग्राम अकाउंट्स को भारत में ब्लॉक करना भारत की ताजा डिजिटल स्ट्राइक है। गृह मंत्रालय ने इन अकाउंट्स को भारत, उसकी सेना (Indian Army), और सुरक्षा एजेंसियों (Security Agencies) के खिलाफ भड़काऊ और सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील सामग्री (Inflammatory Content) फैलाने का दोषी पाया। इन अकाउंट्स पर झूठी और भ्रामक जानकारी (Misinformation) प्रसारित की जा रही थी, जिसका मकसद भारत की छवि को नुकसान पहुंचाना था।

इसके अलावा, पाकिस्तान के ओलंपिक चैंपियन भालाफेंक खिलाड़ी अरशद नदीम (Arshad Nadeem) का इंस्टाग्राम अकाउंट भी भारत में ब्लॉक कर दिया गया। भारत में उनके अकाउंट को खोलने की कोशिश करने वालों को संदेश मिल रहा है कि यह अकाउंट भारत में उपलब्ध नहीं है। यह कार्रवाई कानूनी अनुरोधों (Legal Requests) के आधार पर की गई है। ये कदम भारत की डिजिटल संप्रभुता (Digital Sovereignty) को मजबूत करने और पाकिस्तान के प्रचार को रोकने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
पहले की डिजिटल कार्रवाइयां: पाकिस्तानी चैनलों और हस्तियों पर प्रतिबंध
पहलगाम हमले के बाद भारत ने कई पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स को पहले ही बंद किया था। इनमें प्रमुख न्यूज आउटलेट्स जैसे डॉन (Dawn), समा टीवी (Sama TV), एआरवाई न्यूज (ARY News), बोल न्यूज (Bol News), रफ्तार (Raftaar), जियो न्यूज (Geo News), और सुनो न्यूज (Suno News) शामिल थे। इसके अलावा, पत्रकारों (Journalists) इरशाद भट्टी (Irshad Bhatti), अस्मा शिराजी (Asma Shirazi), उमर चीमा (Umar Cheema), और मुनीब फारूक (Munib Farooq) के यूट्यूब चैनल भी प्रतिबंधित किए गए। अन्य प्रतिबंधित हैंडल्स में द पाकिस्तान रेफरेंस (The Pakistan Reference), समा स्पोर्ट्स (Sama Sports), उजैर क्रिकेट (Uzair Cricket), और रजी नामा (Razi Nama) शामिल हैं। इन अकाउंट्स पर भारत के खिलाफ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील और भ्रामक बयान देने का आरोप था।
पहलगाम हमला और भारत के कड़े कदम
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में बैसरन घाटी में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई। आतंकी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (The Resistance Front), जिसे लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) का मुखौटा संगठन माना जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसे बाद में नकार दिया गया था। भारत ने इसे पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद (Pakistan-Sponsored Terrorism) का हिस्सा करार दिया। इस हमले ने पूरे देश में गुस्से की लहर पैदा कर दी, और पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग तेज हो गई।
हमले के बाद भारत ने कई सख्त कदम उठाए। केंद्र सरकार (Central Government) ने सेना को कड़ी कार्रवाई की खुली छूट दी। अटारी बॉर्डर (Attari Border) को बंद कर दिया गया और सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित कर दिया गया। इन कदमों ने पाकिस्तान पर कूटनीतिक और आर्थिक दबाव (Diplomatic and Economic Pressure) बढ़ा दिया। डिजिटल मोर्चे पर भी भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया, जिसके तहत कई सोशल मीडिया अकाउंट्स और चैनलों को बंद किया गया।
पाकिस्तान का प्रचार: झूठ और भड़काऊ सामग्री
पहलगाम हमले के बाद से पाकिस्तान के सोशल मीडिया हैंडल्स भारत के खिलाफ लगातार जहर उगल रहे हैं। ये अकाउंट्स झूठी खबरें और भड़काऊ सामग्री फैलाकर भारत की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। गृह मंत्रालय ने इन गतिविधियों को गंभीरता से लिया और ऐसे अकाउंट्स को बंद करने का फैसला किया। इन अकाउंट्स पर भारत की सेना, सुरक्षा एजेंसियों, और सरकार के खिलाफ सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील बयान दिए जा रहे थे। भारत ने इस तरह की गतिविधियों को बर्दाश्त न करने का स्पष्ट संदेश दिया है।
दुनिया की निगाहें भारत पर
पहलगाम का बैसरन घाटी आतंकी हमला भारत के लिए एक गंभीर चुनौती था, लेकिन इसने भारत को अपनी डिजिटल और सुरक्षा रणनीति को और मजबूत करने का अवसर भी दिया। शहबाज शरीफ और अरशद नदीम जैसे प्रमुख पाकिस्तानी हस्तियों के सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक करना भारत की जीरो टॉलरेंस नीति (Zero Tolerance Policy) का हिस्सा है। यह कार्रवाई दर्शाती है कि भारत न केवल सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर, बल्कि डिजिटल मोर्चे पर भी पाकिस्तान को जवाब देने में सक्षम है।
दुनिया की नजरें अब भारत के अगले कदमों पर टिकी हैं। पाकिस्तान के लिए यह समय अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने का है, क्योंकि भारत का जवाब हर बार पहले से ज्यादा कड़ा होगा।